नहीं हुई मांग पर सुनवाई, औद्योगिक क्षेत्र में स्टील उद्योग के बंद की निरंतरता छाई

06 Aug 2024      151 Views

रायपुर। स्टील औद्योगिक संगठनों की आज बैठक में निर्णय लिया गया कि स्टील उद्योग बंद की निरंतरता बरकरार रहेगी जब तक शासन हमारे पक्ष मे फेैसला नहीं लेती। इस  बैठक में संस्था के उपाध्यक्ष श्री पंकज अग्रवाल जी एवं श्री मुकेश पांडे जी, महासचिव श्री मनीष धुप्पड़ जी, अध्यक्ष छत्तीसगढ़ स्पंज आयरन मेन्यु. एसोसिएशन श्री अनिल नचरानी जी, श्री अनिल अग्रवाल जी एवं अध्यक्ष फेरो अलॉयज एसोसिएशन श्री धरमवीर नचरानी जी ने सभा को जानकारी दी कि मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार श्री विजय शर्मा जी उपमुख्यमंत्री से 03 अगस्त 2024 को सार्थक चर्चा हुई तथा उपमुख्यमंत्री ने हमारे सभी पक्ष को सुना और अपनी ओर से सकारात्मक (Positive) सहयोग देने की बात कही तथा तकनीकी बिंदुओं पर संबंधित उच्चाधिकारियों के साथ जल्द ही 1-2 दिन में बैठक रखने की बात कही।

हमारा जल्द से जल्द  उपमुख्यमंत्री जी एवं संबंधित उच्चाधिकारियों के साथ बैठक करने का प्रयास जारी  है। जैसा की सभा में उपस्थित सभी सदस्यों से आगे की रणनीति पर विचार-विमर्श किया गया कि जिसमें सदस्यों से सुझाव आया कि वर्तमान परिपेक्ष में इस बिजली दरों में स्टील उद्योग चलाना संभव नहीं है और इस आंदोलन को अभी जारी रखना जरूरी है ।

 सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि अभी प्लांटों के बंद को जारी रखेंगे।

सभा में उपस्थित सभी सदस्यों के अलावा जो इस आंदोलन में कंधे से कंधे मिलाकर अपने सभी स्टील प्लांट (मिनी स्टील प्लांट एवं फेरो अलॉयज) को बंद रखें हैं उनके लिए सभी को बहुत-बहुत धन्यवाद एवं आभार व्यक्त किया गया तथा सदन में बिजली के इस कार्य के लिए कार्यकारी प्रतिनिधि मंडल द्वारा विश्वास दिलाया गया कि बहुत जल्द ही इस पर कुछ न कुछ फैसला आने की उम्मीद है।

बैठक में श्री संजय त्रिपाठी जी, अध्यक्ष, छत्तीसगढ़ स्टील री-रोलर्स एसोसिएशन ने हमारे इस आंदोलन में पूर्ण सहयोग करने की बात कही एवं आवश्यकता पड़ने पर छत्तीसगढ़ स्टील री-रोलर्स एसोसिएशन के सदस्यों को भी अपना प्लांट बंद कर आंदोलन में पूरा साथ देने की बात कही।

साथ ही साथ रायगढ़ एवं वायर राड के स्टील उत्पादकों से बात करके हमारे इस आंदोलन में अपनी भागीदारी निभाने के लिए आग्रह करने का सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया।

अंत में सभी सदस्यों की सहमति से दीर्घकालीन व्यापारिक दृष्टिकोण के साथ  सरकार के साथ वार्ता और उसके परिणाम तक इंतज़ार करने का निर्णय लिया गया और अगर इसके बीच कोई वार्ता हो जाती है तो सदस्यों को अवगत करके ही कोई भी निर्णय लिया जाएगा ।