19 Oct 2024 78 Views
नई दिल्ली। इस समय महाराष्ट्र में नासिक के पास स्थिति सिन्नर थर्मल पावर प्लांट चर्चाओं में है। यह तब है जब यह बंद पड़ा है। इसे खरीदने के लिए देश की बड़ी-बड़ी कंपनियों में होड़ मची हुई है। इस लिस्ट में अडानी ग्रुप की कंपनी अडानी पावर लिमिटेड, नवीन जिंदल की जिंदल पावर लिमिटेड, कमोडिटी कंपनी वेदांता ग्रुप, कोलकाता स्थित उड़ीसा मेटालिक्स प्राइवेट लिमिटेड और वर्डे पार्टनर्स की सिंगापुर स्थित शाखा वीएफएसआई होल्डिंग्स पीटीई आदि शामिल हैं।
रतनइंडिया पावर के स्वामित्व वाला यह पावर प्लांट इस समय संकट के दौर से गुजर रहा है। 1350 मेगावाट क्षमता वाले इस सिन्नर थर्मल पावर को खरीदने के लिए इन कंपनियों ने औपचारिक बोली लगाई है। सूत्रों के मुताबिक महाराष्ट्र सरकार के स्वामित्व वाली महाजेनको और पब्लिक सेक्टर की एनटीपीसी ने भी नासिक के पास स्थित इस संयंत्र के लिए संयुक्त बोली पेश की है। इस प्रकार इस प्लांट के लिए कुल 7 कंपनियों ने बोली लगाई है।
रतनइंडिया पावर की सहायक कंपनी इंडियाबुल्स पावर ने इस पावर प्लांट को विकसित किया था। इस प्लांट एक हिस्से के निर्माण के बाद बकाया राशि का भुगतान न करने के लिए शापूरजी पल्लोनजी एंड कंपनी ने याचिका दायर की थी। इसके बाद जनवरी में इसे दिवालिया घोषित कर दिया गया था।
हमारे सहयोगी इकनॉमिक टाइम्स के अनुसार इस मामले से अवगत एक शख्स ने बताया कि इस महीने की शुरुआत में छह समाधान योजनाएं प्राप्त हुई थीं। दिवालियापन संहिता के तहत अनुपालन के लिए अभी भी उनका मूल्यांकन किया जा रहा है। इन बोलियों का मूल्य अभी निर्धारित नहीं किया गया है क्योंकि समाधान पेशेवर और लेनदारों के बीच कुछ बातचीत हो सकती है। बोली लगाने वाली सभी कंपनियों ने 10 करोड़ रुपये की जमा राशि सहित एक प्लान पेश किया है।
अब सवाल आता है कि इस पावर प्लांट को खरीदने के लिए 7 कंपनियां क्यों रुचि दिखा रही हैं। दरअसल, इस प्लांट के आस-पास 1600 एकड़ जमीन है। इसका मतलब है कि इसे खरीदने वाली कोई भी कंपनी 1350 मेगावाट और जोड़कर अपनी क्षमता को दोगुना कर सकती है।
Source: Navbharat Times